दरभंगा। बीएड फीस को लेकर निजी बीएड कॉलेज और विवि प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। वहीं छात्र भी परीक्षा फार्म जमा नहीं होने पर कॉलेज में धरना पर बैठ गए है। दरअसल बीएड सत्र- 2018-20 के छात्रों को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से बीते 19 सितबंर को एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था जिसमे कहा गया था की कोरोना काल की स्थिति को देखते हुए बीएड अंतिम वर्ष के छात्रों से कोर्स शुल्क के रूप में एक लाख पंद्रह हजार रुपये ही लिए जाएं। विवि की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया हैं। कि बीएड नियमित वर्ष के छात्रों से एक लाख पचास हजार की जगह मात्र एक लाख पंद्रह हजार रुपये ही लिए जाने है। वहीं वैसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने अतिरिक्त 35 हजार रुपये बीएड कॉलेजों में जमा करवा दिया हैं, उन्हें तत्काल बढ़ी हुई राशि वापस की जानी है। लेकिन इस फैसले के विरोध में अब निजी बीएड कॉलेज सामने आने लगे है।
विश्वविद्यालय अंतर्गत विभिन्न निजी कॉलेज विवि की इस अधिसूचना को मानने को तैयार नहीं हैं। मिथिलांचल अनएडेड टीचर ट्रेनिग कॉलेज एसोशिएसन ने प्रेस बयान जारी कर नोटिफिकेशन को उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन बताया है ।
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दूसरी तरफ फखरुद्दीन अली अहमद टीचर ट्रेनिग कॉलेज में बीएड अंतिम वर्ष के कई छात्र-छात्राएं परीक्षा फार्म भरने पहुंचे थे। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन की ओर से अतिरिक्त 35 हजार रुपये नहीं जमा करने की स्थिति में फार्म भरने से वंचित रखा गया है। परीक्षा फॉर्म फर्म भरने की अंतिम तिथि बिना अतिरिक्त शुल्क के 22 सितंबर और अतिरिक्त शुल्क के साथ 25 सितंबर को निर्धारित की गई है। छात्र परीक्षा फार्म जमा नहीं लेने पर कॉलेज में धरना पर बैठ गए। इस दौरान जीवछ घाट स्थित फखरुद्दीन अली अहमद टीचर ट्रेनिग कॉलेज में तालाबंदी की। छात्रों ने कहा कि जब विश्वविद्यालय की ओर से अधिसूचना जारी कर बीएड कोर्स फीस के रूप में एक लाख पंद्रह हजार रुपये लेने का आदेश जारी कर दिया गया है, तो आखिर निजी बीएड कॉलेज अपनी मनमानी पर क्यों उतर आए हैं?