दरभंगा। हर साल बाढ़ का कहर झेलने वाले दरभंगा जिले के हनुमाननगर और प्रसिद्ध कुशेश्वरस्थान को बाढ़ से मुक्ति दिलाने की योजना का काम अंतिम चरण में है। सूबे के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बताया की दरभंगा, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिले की बड़ी आबादी को बागमती की बाढ़ से राहत देने के लिए जल संसाधन विभाग ने ”बागमती बाढ़ प्रबंधन योजना” के फेज 3(बी) और फेज 5(ए) का एस्टीमेट तैयार कर लिया है। दोनों फेज की योजनाओं से तीन जिलों के कुल 3.36 लाख हेक्टेयर क्षेत्र और 93.13 लाख आबादी को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी।
साथ ही जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा की कुल 548.13 करोड़ की योजनाएं मंत्रिमंडल परिषद से स्वीकृत हो गई है। नेपाल से आने वाली बागमती नदी से उत्तर बिहार के कई जिलों में हर साल बाढ़ आती है। इसका मुख्य वजह है कि बाढ़ के दौरान कई स्थानों पर बागमती का पानी तटबंध के ऊपर से बहने लगता है। कुछ स्थानों पर तटबंध के बीच कई किलोमीटर लंबा गैप छूटा हुआ है। इससे तटबंध निर्माण का उद्देश्य विफल हो जाता है और पानी गांवों में फैल जाता है। यहां तक कि प्रसिद्ध कुशेश्वरस्थान में भी महीनों तक पानी जमा रह जाता है।
आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में इस इलाके में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान के लिए जल संसाधन विभाग की इन योजनाओं को फलीभूत होते देखना मेरे लिए एक बड़ी आत्मसंतुष्टि है। नीतीश कुमार उत्तर बिहार में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान के लिए खुद चितित रहते हैं और समयानुकूल जरूरी कदम उठाते रहते हैं। इसी वजह से 2005 के बाद से बाढ़ प्रबंधन की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर काम हुआ है। उम्मीद जताई कि बागमती बाढ़ प्रबंधन योजना फेज 3(बी) और फेज 5(ए) का पूरा होना दरभंगा, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिले में बागमती की बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।