मिथिला के केंद्र दरभंगा में बिहार के दूसरे एम्स को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने दरभंगा में बिहार के दूसरे एम्स को केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी मिलने को मिथिला के लिए ऐतिहासिक सौगात बताया है। इसके लिए उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार भी जताया। इस दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा की पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सबसे पहले अपने बजट भाषण में बिहार में एक और एम्स की जरूरत होने की बात कही थी और सीएम नीतीश कुमार का शुरू से मानना था कि पीएमसीएच के बाद सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज डीएमसीएच है। इसलिए दूसरा एम्स भी दरभंगा में ही बनना चाहिए। जिसके बारे में सीएम नीतीश ने पहले ही जेटली जी से चर्चा भी की थी।
बैठक में बिहार सरकार के मुख्य सचिव ने भी दूसरा एम्स दरभंगा में बनाने की राज्य सरकार की भावना से केंद्र को अवगत कराया था। इसके लिए दरभंगा के डीएमसीएच को अपग्रेड कर एम्स बनाने का प्रस्ताव भी दिया गया। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने भी 2 मार्च 2019 को पटना में आयोजित स्वास्थ्य मंत्रालय के एक कार्यक्रम में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा जी को डीएमसीएच को अपग्रेड कर एम्स बनाने की सलाह दी थी।
मुख्यमंत्री की लगातार कोशिशों के बाद दरभंगा में एम्स को मंजूरी मिलने की प्रक्रिया तेज हुई। एक केंद्रीय टीम दरभंगा पहुंची। जिसने डीएमसीएच को अपग्रेड कर एम्स बनाने के संदर्भ में कुछ मुद्दों का जिक्र किया। जिनमें 25 एकड़ जमीन रेलवे लाइन की दूसरी तरफ स्थित होने, अस्पताल परिसर के बीच से सड़क गुजरने और लो लैंड के कारण जल निकासी की प्रयाप्त व्यवस्था न होना प्रमुख थी। इस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से दरभंगा एम्स के निर्माण में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने का निर्देश दिया। दरभंगा में एम्स और एयरपोर्ट के बाद दूसरे एम्स के निर्माण से केवल दरभंगा नहीं, बल्कि पूरे मिथिला का चौतरफा विकास होगा।