भाजपा के पूर्व विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह की कोविड-19 से मौत के बाद अब उनकी पुत्रवधु स्वर्णा सिंह गौरा-बौराम विधानसभा क्षेत्र से राजनीतिक रण में उतरी हैं और अपनी दावेदारी पेश की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर पार्टी उनपर भरोसा कर टिकट देती है तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को साकार करने की ज़द्द में जुट जाएंगी। वहीं उन्होंने कहा कि उनके स्वर्गीय ससुर ने इस क्षेत्र के विकास के लिए बहुत काम किया है, लेकिन अभी भी उनके कुछ सपने अधूरे है जिनको सच करना अभी शेष है और यहां की जनता को उनसे काफी उम्मीदें है। स्वर्णा सिंह ने बताया कि यहां पर वह समाज सेविका के रूप में उभरी हैं और लोगों ने उन्हें काफी पसंद भी किया है। लोगों के कहने पर ही वह आगे बढ़ रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि “मेरे ससुर जी तो नहीं रहे लेकिन मैं चाहती हूं कि उनका जो उद्देश्य स्थानीय स्तर पर अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का है मैं उसको पूरा करूंगी. मेरा यही उद्देश्य है कि इस गौरा-बौराम विधानसभा क्षेत्र को एक विकासित क्षेत्र बनाउं”।
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स्वर्णा सिंह ने कहा कि मेरे ससुर जी का पहला सपना सभी बच्चों को शिक्षा दिलवाना था ताकि स्थानीय बच्चे भी पढ़ कर आगे बढ़ें और अपने लक्ष्य को हासिल करें। उनका दूसरा सपना था कि औरतें घर से बाहर निकले और रोज़गार पा कर आत्मनिर्भर बनें जिससे वे समाज का विकास करने में मददगार साबित हो। साथ ही उन्होंने गौरा-बौराम को विकसित करने का ख़ुद-एतमाद जताया और कहा कि लोगों को मुझ पर पूरा भरोसा है जिसको मैं अनदेखा नहीं कर सकती और बहुत लोगों को विश्वास है की अगर में आऊंगी तो इस क्षेत्र का विकास अवश्य होगा ।