दरभंगा में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और नोडल एजेंसी मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय की ओर से सीएम कॉलेज में गुरुवार को अल्पसंख्यक सीटेट कोचिग क्लास शुरू किया गया। इस मौके पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मुश्ताक अहमद मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कहा कि प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता का पैमाना केवल विषयों की जानकारी ही नहीं है, बल्कि परीक्षाओं के लिए तकनीकी जानकारी भी आवश्यक है। छात्र-छात्राएं सिर्फ अपने विषय से अवगत हैं। लेकिन, वह मौजूदा तकनीकी यानी प्रश्नों के उत्तर देने में ओएमआर को भरने का तरीका नहीं जानते हैं। तो वह सफल नहीं हो सकते हैं। आवश्यकता है कि जिस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उस परीक्षा की तकनीकी जानकारी भी होनी चाहिए।
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बता दें कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए जिले में वर्षों से निशुल्क कोचिग दी जा रही है। इसमें बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं बीपीएससी, बैंकिग, रेलवे, एसएससी और शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं। कुलसचिव ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग की दशा और दिशा केवल शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से ही प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता से बदल सकती है। इस प्रकार की कोचिग दरभंगा के अतिरिक्त भागलपुर, मोतिहारी, कटिहार, आरा समेत कई जिलों में चलाई जा रही है। इसमें छात्रों को निशुल्क पुस्तकें और पाठ्य सामग्री भी दी जाती है। कोविड-19 के कारण विगत मार्च माह से कोचिग संचालन में बाधा आई। अब कोविड -19 के मानकों का पालन करते हुए कॉलेजों में शिक्षण कार्य प्रारंभ हो गया है। उक्त कोचिग में प्रवेश परीक्षा के आधार पर 60 छात्रों की निशुल्क पढ़ाया जाता है।