बिहार चुनाव में युवा वोट पर सभी पार्टियों की नजर टिकी हुई है महागठबंधन नए नए पैंतरे तैयार कर युवा कार्ड खेल रहा है। तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनावी मैदान में युवाओं के मुद्दे को हथियार बनाकर उतर चुके है वहीं बीजेपी ने भी विपक्षियों को टक्कर देने के लिए युवा मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी ने हाल में ही युवा मोर्चा के नए अध्यक्ष को नियुक्त किया है। जिसकी जिम्मेदारी यूवा सांसद तेजस्वी सुर्या को थमाई गई है। यानी की अब बीजेपी तेजस्वी सूर्या का इस्तेमाल बिहार में युवा मोर्चा के तौर पर करेगी। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद तेजस्वी सूर्या ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बिहार चुनाव की रणनीति बनाई।
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव के लिए इस बार मुख्य विपक्ष यानि राजद ने तेजस्वी के चेहरे को ही प्रमुखता से सामने रखा है। इस बार हमेशा की तरह लालू यादव और राबड़ी देवी को राजद के पोस्टर में जगह नहीं देने का साफ संकेत है कि राजद युवा चेहरा और युवाओं के मुद्दों को लेकर प्रमुखता से जनता के बीच खड़ी हो सकती है. वहीं तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट के जरिए भी युवाओं के रोजगार के मुद्दे पर निशाना साधा है और राजद की सरकार बनने पर 10 लाख युवाओं को नौकरी देने की बात कही है. बिहार में युवाओं को एकजुट करने के लिए बीजेपी के केंद्र नेतृत्व ने अब पार्टी के युवा मोर्चा के नवनियुक्त अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या को मैदान में उतारा है…
साउथ बेंगलुरु की सीट से बीजेपी के टिकट लेकर 28 साल की उम्र में लोकसभा पहुंचने वाले तेजस्वी सूर्या को एक बेहतरीन वक्ता माना जाता है.. तेजस्वी सूर्या अपने भाषणों की वजह से अक्सर चर्चाओं में रहते हैं. वहीं उन्हें आरएसएस, नरेंद्र मोदी और अमित शाह का पसंदीदा नेता भी माना जाता है. इसलिए बिहार के चुनावी दंगल में तेजस्वी सूर्या को उतारकर बीजेपी ने अपना भरोसा जताया है।
तेजस्वी सूर्या आरएसएस और एबीवीपी में रहे हैं और बीजेपी के युवा मोर्चे के अध्यक्ष बनने से पहले इसके जनरल सेक्रेटरी के पद पर थे. जिसके बाद पार्टी ने उनका कद और बढ़ा दिया. तेजस्वी का युवाओं की लोकप्रियता युवाओं के बीच काफी अधिक है और वो युवाओं को जोड़ने में माहिर माने जाते हैं. यही वजह है कि बीजेपी को लगता है कि तेजस्वी सूर्या का बिहार दौरा बिहार के युवाओं से उन्हें जोड़ सकता है. खासतौर से उस समय जब विपक्ष का युवा चेहरा यानी तेजस्वी यादव बेरोजगारी के मुद्दे पर बिहार के युवाओं को अपने साथ जोड़ने में लगे हैं. बीजेपी को अपने तेजस्वी से काफी उम्मीद रहेगी.