कोरोना महामारी के दौर में हर कोई इम्यून सिस्टम को मजबूत करने पर जोर दे रहा है। इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए भारतीय आयुर्वेद में कई तरह के नुस्खे बताए गए हैं, लेकिन इनमें से गिलोय का महत्व सबसे अधिक है। गिलोय के सेवन से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। दरअसल, शरीर की रक्त कोशिकाएं दो तरह की होती है- लाल रक्त कोशिकाएं यानी आरबीसी और श्वेत रक्त कोशिकाएं यानी डब्ल्यूबीसी।
श्वेत रक्त कोशिकाएं और मजबूत हो तो शरीर में बाहरी रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है। गिलोय या गुरुच ऐसी चीज है, जो सीधी तौर पर डब्ल्यूबीसी को मजबूत करती है। इसलिए गिलोय रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए असरदार है। आइए जानते हैं गिलोय के कुछ आवश्यक गुण-
1 गिलोय में तीन तरह के एल्केलाइड
गिलोय में तीन प्रकार के एल्केलाइड- गिलोइनिन, ग्लूकोसाइड और बरबेरिन पाए जाते हैं, जो श्वेत रक्त कणिकाओं (डब्लूबीसी) को बढ़ाते हैं और अधिक संख्या में डब्लूबीसी, शरीर की कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और नई कोशिकाओं का निर्माण करते हैं। इसीलिए गिलोय को इम्यूनो बूस्टर भी कहा जाता है।