दरभंगा। बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने आई तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने विस्तार से जानकारी दी। टीम को बताया कि 22 जुलाई से जिले में बाढ़ आई और कुल 18 में से 15 प्रखंड के 231 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुईं। इसमें 181 पंचायत पूर्णत: और 50 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित रहीं। बाढ़ से करीब 21 लाख की आबादी प्रभावित रही। बाढ़ के दौरान 634 सामुदायिक किचन चलाए गए। इसमें 56 लाख 79 हजार 520 लोगों को सुबह-शाम भोजन कराया गया। अभी छह सामुदायिक किचन चलाए जा रहें हैं। इसमें 3982 लोगों को भोजन परोसे जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित 61068 परिवारों को पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध कराई गई। 23 हजार लोगों को ड्राई फूड पैकेट्स उपलब्ध कराए गए। बाढ़ प्रभावित 516046 परिवारों को 30962.76 लाख रुपये जीआर की राशि पीएफएमएस के माध्यम से भेजे गए हैं। बचाव कार्य पर 141.5 लाख रुपये व्यय हुए। 639 सामुदायिक रसोई में 57 लाख 66 हजार 310 लोगों को खाना खिलाया गया। इस पर 29 करोड़ 13 लाख रुपये व्यय हुए। एनडीआरएफ की एक टीम को दरभंगा पश्चिमी क्षेत्र में, दूसरी टीम को हनुमाननगर और एसडीआरएफ की एक टीम को दरभंगा मुख्यालय में बचाव कार्य के लिए लगाया गया। आवागमन की सुविधा के लिए 105 सरकारी और 485 निजी नावें चलवाई गईं। वर्तमान में 78 सरकारी और 186 निजी नावें चलवाई जा रही हैं। बाढ़ के कारण 12 लोगों की मौत हो गई। उनके आश्रितों को चार-चार लाख रुपये दिए गए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 28 मेडिकल टीम द्वारा 880 कैंप चलाए जा रहे हैं। इनमें अब तक 43416 मरीजों का इलाज किया गया है। बाढ़ प्रभावित गांव में स्वच्छता बनाए रखने के लिए 805 बैग ब्लीचिग पाउडर और 1207 बैग चूना का छिड़काव कराया गया।